वचन दिया सोचा नही
होगा क्या परिणाम
सोच समझकर किजीये
जीवन में हर काम |
जन्मभोगी नहीं, कर्मयोगी होना चाहिये |
आस कह रही है श्वास से
धीरज धरना सिख
मांगे बिन मिले मोती
मांगे मिले ना भीख |
शत्रू को मिटाने से शत्रुता नष्ट नहीं होती है! मित्रता ही सुखी जीवन की आधारशिला बन जाती है |
सत्य कभी विवश नही करता - अगर आप इच्छाकांशी नही हो |
होगा क्या परिणाम
सोच समझकर किजीये
जीवन में हर काम |
जन्मभोगी नहीं, कर्मयोगी होना चाहिये |
आस कह रही है श्वास से
धीरज धरना सिख
मांगे बिन मिले मोती
मांगे मिले ना भीख |
शत्रू को मिटाने से शत्रुता नष्ट नहीं होती है! मित्रता ही सुखी जीवन की आधारशिला बन जाती है |
सत्य कभी विवश नही करता - अगर आप इच्छाकांशी नही हो |
कोणत्याही टिप्पण्या नाहीत:
टिप्पणी पोस्ट करा